छोटी-छोटी बच्चियों के नन्हे-नन्हे पैर धोने में जितना सुख और सुकून है, उतना शायद बड़ी-बड़ी बंदियों के साथ किसी भी चीज़ मैं नहीं!!
अष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें!!
वो बातें, जिन्हें कहने में वक़्त लगता है.. अक्सर उन बातों को समझने में उम्र लग जाती है...!!
आपको भी दशहरे की शुभकामनाएं।
ReplyDeleteश्री गोपाल जी ने आपके ब्लॉग के बारे में न बताया होता मुझे तो पता ही नहीं चलता आपके इस ब्ल़ॉग के बारे में।
Thanks to Gopal for sharing ur blog.
Good to see u liked it, Gopal!! Thanks da.. :)
ReplyDelete@Satish Ji
Hardik abhinandan aur shubh~kaamnayein!! mujhe bhi achha laga ek guni lekhak ki sangat paakar!!
many thanks to Gopal.. :)