वो बातें, जिन्हें कहने में वक़्त लगता है.. अक्सर उन बातों को समझने में उम्र लग जाती है...!!
वाह.क्या बात कही... बहूत aasaan है कमरे में वन्दे मातरम कहना........... सलाम है उन वीरों को जिन्होंने अपने प्राण दिए
और लानत है ऐसी हक़ूमत पर जो उनकी चिताओं पर रोटियाँ सेक रही है...
bahut khub kaha aapne :)bahut hi aasan hai aisi hi bethe bethe vande matram kehna...
शुभम...अच्छा लिखा...सच्ची श्रद्धांजलि, करारा व्यंग्य...सचमुच बहुत आसां है बंद कमरे में वंदेमातरम कहना...बहुत मुश्किल है मग़र झूठे गिरगिटों को उनके सामने गिरगिट कहना...ये हिम्मत आप जैसे जोशीले नौजवान ही दिखा सकते हैं...असीम शुभकामनाएं.
Thanks Hardik, God bless..चंडी भाई - जोशीले नौजवान को और जोश दिलाने का शुक्रिया.. :)
वाह.क्या बात कही... बहूत aasaan है कमरे में वन्दे मातरम कहना........... सलाम है उन वीरों को जिन्होंने अपने प्राण दिए
ReplyDeleteवाह.क्या बात कही... बहूत aasaan है कमरे में वन्दे मातरम कहना........... सलाम है उन वीरों को जिन्होंने अपने प्राण दिए
ReplyDeleteऔर लानत है ऐसी हक़ूमत पर जो उनकी चिताओं पर रोटियाँ सेक रही है...
ReplyDeletebahut khub kaha aapne :)
ReplyDeletebahut hi aasan hai aisi hi bethe bethe vande matram kehna...
शुभम...अच्छा लिखा...सच्ची श्रद्धांजलि, करारा व्यंग्य...सचमुच बहुत आसां है बंद कमरे में वंदेमातरम कहना...बहुत मुश्किल है मग़र झूठे गिरगिटों को उनके सामने गिरगिट कहना...ये हिम्मत आप जैसे जोशीले नौजवान ही दिखा सकते हैं...असीम शुभकामनाएं.
ReplyDeleteThanks Hardik, God bless..
ReplyDeleteचंडी भाई - जोशीले नौजवान को और जोश दिलाने का शुक्रिया.. :)